दमिश्क। सीरिया के लताकिया और टार्टस इलाकों में सेना और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थकों के बीच हिंसा जारी है। पिछले दो दिनों में इस संघर्ष में 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जो 2011 में सीरियाई गृह युद्ध के बाद सबसे बड़ी संख्या है।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, इस हिंसा में 745 से ज्यादा अलावी मुस्लिम समुदाय के लोगों को मार दिया गया है, जिनमें अधिकांश को फांसी पर चढ़ाया गया है। इसके अलावा 148 असद समर्थक लड़ाके और 125 सुरक्षा बलों के जवान भी मारे गए हैं। यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब सुरक्षा बलों ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने की कोशिश की। इसके बाद असद के समर्थकों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया।
सरकार ने इन घटनाओं के बाद लताकिया और टार्टस में भारी संख्या में सेना तैनात की है और कर्फ्यू लागू कर दिया है। सीरिया में दिसंबर 2022 में सत्ता परिवर्तन के बाद यह सबसे बड़ी हिंसा है। पिछले साल बशर अल असद को सत्ता से हटाने के बाद अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने खुद को नया राष्ट्रपति घोषित किया है।अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नेतृत्व में उग्रवादी संगठन हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने 11 दिन में राष्ट्रपति का तख्तापलट कर दिया।