दिल्ली। तमिलनाडु के करूर में शनिवार को अभिनेता से राजनेता बने विजय की रैली में भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में 10 बच्चे, 17 महिलाएं और 13 पुरुष शामिल हैं। हादसे के बाद पूरे राज्य में राजनीति गरमा गई है।
विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) ने इस घटना को गहरी साजिश बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। पार्टी ने मद्रास हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वहीं, बीजेपी ने भी डीएमके सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। आज हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी।
पुलिस ने विजय की पार्टी के नेताओं मथियाझागन, बुस्सी आनंद और सीटी निर्मल कुमार के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या, कानूनी आदेशों की अवहेलना और सार्वजनिक संपत्ति क्षति अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि रैली स्थल पर भीड़ नियंत्रण में असफलता से स्थिति बिगड़ी। वहीं, पार्टी का आरोप है कि अचानक बत्ती गुल होने और पत्थरबाजी से भगदड़ मची।
राज्य सरकार ने जांच के लिए न्यायमूर्ति अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में आयोग गठित किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, निर्धारित 10,000 की सीमा से अधिक भीड़ होने से हालात बेकाबू हो गए।
विजय ने मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। हालांकि, सुरक्षा कारणों से सरकार ने उन्हें करूर स्थल पर जाने से रोक दिया। इस बीच, विजय के घर को उड़ाने की धमकी भी मिली, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।