दिल्ली। भारतीय रेलवे ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ अभियान के तहत वैश्विक निर्यातक के रूप में तेजी से उभर रहा है। रेल मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि भारत के बोगी, डिब्बे, इंजन और अन्य रेल उपकरण अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी मजबूत पहचान बना रहे हैं।
रेल मंत्रालय के अनुसार, भारतीय रेलवे के उत्पाद वर्तमान में 16 देशों को निर्यात किए जा रहे हैं। यह भारत की डिजाइन, विकास और गुणवत्ता आपूर्ति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अब तक मेट्रो ट्रेन के डिब्बे ऑस्ट्रेलिया और कनाडा को, बोगी ब्रिटेन, सऊदी अरब, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया को, प्रोपल्शन सिस्टम फ्रांस, मेक्सिको, रोमानिया, स्पेन, जर्मनी और इटली को भेजे गए हैं। वहीं, यात्री डिब्बे मोजाम्बिक, बांग्लादेश और श्रीलंका को तथा रेल इंजन मोजाम्बिक, सेनेगल, श्रीलंका, म्यांमार, बांग्लादेश और गिनी गणराज्य को निर्यात किए गए हैं।
जून 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मढ़ौरा लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र से गिनी गणराज्य को निर्यात के लिए पहले इंजन को हरी झंडी दिखाई थी। अब तक छह इंजन सफलतापूर्वक वहां भेजे जा चुके हैं।
रेल मंत्रालय ने यह भी बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने 18,735 सहायक लोको पायलटों की भर्ती परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया है। यह भर्ती प्रक्रिया भारतीय रेलवे की सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा श्रेणी के पदों के लिए थी। नई भर्ती से चालक दल में लंबे समय से चल रही रिक्तियों की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।