गढ़चिरौली। प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) के शीर्ष नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति ने अपने सक्रिय साथियों से हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। 14 अक्टूबर को गढ़चिरौली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले भूपति ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि माओवादी अब जनता से दूर हो गए हैं और सशस्त्र संघर्ष अपनी मूल दिशा खो चुका है।
भूपति, जो कभी माओवादी पोलित ब्यूरो, केंद्रीय समिति और केंद्रीय क्षेत्रीय ब्यूरो के सचिव रह चुके हैं, ने कहा कि सत्ता और भूमि की लड़ाई के नाम पर चल रहा यह संघर्ष अब केवल हिंसा और विनाश का प्रतीक बन गया है। उन्होंने कहा कि जो साथी अभी भी जंगलों में सक्रिय हैं, उन्हें आत्मसमर्पण कर समाज और विकास की मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए।
वीडियो में भूपति ने अपने और आत्मसमर्पण करने वाली साथी रूपेश के मोबाइल नंबर भी साझा किए ताकि वे माओवादी जो संगठन छोड़ना चाहते हैं, सीधे संपर्क कर सकें। उन्होंने संगठन की केंद्रीय समिति पर आरोप लगाया कि वह सशस्त्र संघर्ष खत्म करने को तैयार नहीं है, जिससे कई निर्दोषों की जान जा रही है।
भूपति ने स्पष्ट कहा कि उन्हें और अन्य आत्मसमर्पण करने वालों को “गद्दार” कहना गलत है। वे अब जनता के लिए काम करना चाहते हैं। भूपति ने 60 कैडरों के साथ 54 हथियार जिनमें सात AK-47 और नौ इंसास राइफलें शामिल थीं, पुलिस को सौंपे थे। वहीं, रूपेश ने 17 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 200 से अधिक माओवादियों के साथ आत्मसमर्पण किया, जो राज्य का सबसे बड़ा सामूहिक आत्मसमर्पण माना जा रहा है।

