दिल्ली। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को बड़ा सुराग मिला है। सूत्रों के अनुसार, आठ संदिग्ध आतंकियों ने देश के चार बड़े शहरों में सिलसिलेवार IED धमाके की योजना बनाई थी। इनका प्लान था कि दो-दो के चार ग्रुप अलग-अलग शहरों में जाकर विस्फोट करें। हर समूह के पास कई IED डिवाइस थीं। माना जा रहा है कि इन धमाकों के जरिए देश में बड़ा आतंकी हमला करने की साजिश रची गई थी।
जांच में सामने आया है कि इन आतंकियों का निशाना दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और जयपुर जैसे बड़े शहर थे। पहले भी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि दीवाली या गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमला हो सकता है। अब दिल्ली ब्लास्ट की जांच में उसी साजिश के सबूत मिले हैं।
लाल किला मेट्रो के पास i20 कार में हुए विस्फोट में शामिल आतंकी की पहचान डॉ. उमर मोहम्मद के रूप में हुई है। डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई कि घटनास्थल पर मिला मानव अवशेष उसी का था। उसका पैर विस्फोट के बाद कार के स्टीयरिंग और एक्सीलेरेटर के बीच फंसा मिला था। जांच में पाया गया कि उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।
डॉ. उमर मोहम्मद फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में शिक्षक था। कुछ दिन पहले ही वह जम्मू-कश्मीर पुलिस की छापेमारी से बचकर फरार हुआ था। उसके कई साथी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस नेटवर्क के विदेशी कनेक्शन और फंडिंग की भी जांच कर रही हैं। यह खुलासा राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करता है।

