रायपुर। चर्चित बिरनपुर सांप्रदायिक हिंसा मामले में बुधवार को ढाई साल बाद पहला गवाह कोर्ट में पेश हुआ। हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू के बड़े भाई भागीरथी साहू ने गवाही के लिए विशेष CBI अदालत में हाजिरी दी। हालांकि, CBI द्वारा मामले में धाराएं बढ़ाने के आवेदन के चलते उनकी गवाही अब गुरुवार तक के लिए टाल दी गई है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को CBI ने हिंसा से जुड़ी कुछ अतिरिक्त धाराएं जोड़ने का आवेदन अदालत में प्रस्तुत किया, जिस पर सुनवाई पूरी नहीं हो सकी। इसके कारण भागीरथी साहू की गवाही स्थगित कर दी गई। अदालत ने निर्देश दिया है कि गुरुवार को सभी आरोपियों की मौजूदगी में गवाही दर्ज की जाएगी।
इस दौरान हिंसा के छह आरोपी भी पेशी पर कोर्ट पहुंचे, जो वर्तमान में जमानत पर रिहा हैं। वहीं, मामले के 12 अन्य आरोपी रायपुर जेल में बंद हैं। कुल 18 आरोपियों को 2023 में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने सभी 18 आरोपियों को कल कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं।
यह मामला 8 अप्रैल 2023 को साजा के बिरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ा है, जिसमें साजा विधायक ईश्वर साहू के पुत्र भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे प्रदेश में तनाव और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया था।
CBI ने इस मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद कई आरोपियों से पूछताछ और सबूतों का संकलन किया था। अब, वर्षों बाद गवाही की प्रक्रिया शुरू होने से उम्मीद जताई जा रही है कि मामले की सुनवाई में तेजी आएगी और जल्द न्याय मिल सकेगा।

