दिल्ली। देशभर में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR 2.0) का दूसरा चरण तेजी से आगे बढ़ रहा है।
चुनाव आयोग ने रविवार को बताया कि इस चरण के तहत 49 करोड़ से अधिक मतदाताओं तक गणना प्रपत्र (Enumeration Forms) पहुंचा दिए गए हैं। बिहार में SIR का काम पूरा होने के बाद अब यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रही है।
97.52% मतदाताओं को गणना फॉर्म मिल चुके
चुनाव आयोग ने अपने दैनिक SIR बुलेटिन में बताया कि नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 50.99 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं में से 97.52% मतदाताओं को गणना फॉर्म मिल चुके हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि पुनरीक्षण कार्य किस तेजी से आगे बढ़ रहा है और आयोग बूथ स्तर तक मतदाता सूचियों को सटीक व अद्यतन करने को लेकर कितनी गंभीरता से काम कर रहा है।
आयोग के अनुसार, जिन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दूसरे चरण में गणना फॉर्म वितरित किए जा रहे हैं, उनमें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, राजस्थान, केरल, गुजरात, गोवा, पुडुचेरी, लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं। अब तक इन क्षेत्रों में कुल 49.73 करोड़ गणना फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं।
चार राज्यों में होने है विधानसभा चुनाव
इनमें से चार राज्यों बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में 2026 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में SIR 2.0 का यह चरण इन राज्यों की मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटि-मुक्त बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आयोग ने कहा कि लक्ष्य यह है कि हर योग्य मतदाता का नाम वोटर लिस्ट में शामिल हो और किसी भी तरह की चूक से बचा जा सके। SIR 2.0 के इस तेज अभियान से उम्मीद है कि आगामी चुनावों में मतदाता सूची और अधिक सटीक और व्यापक होगी।

