जयपुर। जयपुर में नामी ब्रांडों के नाम पर नकली घी बनाकर बाजार में बेचने का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से करीब 7500 किलोग्राम नकली घी, भारी मात्रा में कच्चा माल, पैकिंग सामग्री और घी बनाने की मशीनें जब्त की गई हैं।
पुलिस के अनुसार, फैक्ट्री में वनस्पति घी और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल को गर्म किया जाता था। इसके बाद उसमें घी जैसा स्वाद और खुशबू देने के लिए केमिकल एसेंस मिलाया जाता था। तैयार माल को नामी कंपनियों के डिब्बों में भरकर बाजार में असली घी बताकर बेचा जा रहा था। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे अब तक करीब दो हजार लीटर नकली घी बाजार में खपा चुके हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजेंद्र गुप्ता, अनिल जोशी, भूपेंद्र और जगदीश शर्मा के रूप में हुई है। ये लोग सरस, लोट्स, अमूल, महान और कृष्णा जैसे प्रसिद्ध ब्रांडों के नाम और पैकिंग की नकल कर नकली घी बेच रहे थे। पुलिस का कहना है कि इससे न केवल उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था, बल्कि ब्रांड की साख को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा था।
पुलिस उपायुक्त हनुमान प्रसाद ने बताया कि यह फैक्ट्री पिछले करीब एक साल से संचालित की जा रही थी। यहां तैयार नकली घी को 500 ग्राम से लेकर 15 किलो तक के डिब्बों में पैक किया जाता था और स्थानीय बाजारों के साथ-साथ आसपास के जिलों में सप्लाई किया जाता था।
आरोपियों के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि राजेंद्र गुप्ता उत्तर प्रदेश के मथुरा का रहने वाला है, जबकि अनिल और भूपेंद्र मध्य प्रदेश के ग्वालियर के निवासी हैं। वहीं जगदीश शर्मा जयपुर का रहने वाला है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क किन-किन जगहों तक फैला हुआ था और नकली घी की सप्लाई कहां-कहां की जा रही थी।

