दिल्ली। साइबर सुरक्षा को लेकर एक बड़ी और गंभीर चेतावनी सामने आई है। दुनियाभर के करीब 68 करोड़ लोगों की ई-मेल आईडी से जुड़े पासवर्ड साइबर अपराधियों के हाथ लगने का मामला उजागर हुआ है। अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई को एक साइबर अपराधी के पास यह विशाल डाटा मिला है, जिसके बाद वैश्विक स्तर पर अलर्ट जारी किया गया है।
इस खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश राज्य साइबर सेल ने आम नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। साइबर सेल ने इंटरनेट मीडिया पर एक क्यूआर कोड भी साझा किया है। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर एक वेबसाइट खुलती है, जहां कोई भी व्यक्ति अपनी ई-मेल आईडी दर्ज कर यह जांच सकता है कि उसका पासवर्ड डाटा लीक में शामिल है या नहीं।
दरअसल, एफबीआई द्वारा जिन चोरी किए गए पासवर्ड की जानकारी साझा की गई है, उन्हें एक विशेष वेबसाइट से जोड़ा गया है। इस वेबसाइट पर ई-मेल आईडी डालने पर यह पता चलता है कि वह आईडी किन-किन प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल हुई है और कहां डाटा लीक होने का खतरा है। इससे लोग समय रहते सतर्क हो सकते हैं।
एसपी साइबर प्रणय नागवंशी ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति का ई-मेल पासवर्ड साइबर अपराधियों के पास पहुंच जाता है, तो वे ओटीपी के जरिए बैंक खाते, सोशल मीडिया अकाउंट और अन्य डिजिटल सेवाओं की लॉगिन जानकारी बदल सकते हैं। इससे पीड़ित के सभी ऑनलाइन अकाउंट अपराधियों के नियंत्रण में चले जाते हैं और आर्थिक नुकसान की आशंका बढ़ जाती है।
साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि वे तुरंत अपने सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स के पासवर्ड बदलें। प्रत्येक वेबसाइट और एप के लिए अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड रखें। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, ओटीपी और ऑथेंटिकेशन एप को जरूर सक्रिय करें। साथ ही किसी भी संदिग्ध ई-मेल, एसएमएस या लिंक पर क्लिक न करें और अनजान वेबसाइट या एप पर लॉगिन करने से बचें। सतर्कता ही साइबर ठगी से बचाव का सबसे मजबूत हथियार है।

