हड़िया, शराब और नशा करने वालों के खिलाफ पहाड़ी कोरवा समाज करेगा कानूनी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली ब्लॉक के दुरुस्त पहाड़ी क्षेत्र में पहाड़ी कोरवा समाज एकजुट होकर हड़िया, शराब और नशा का विरोध कर रहा है। समाज ने फरमान जारी किया है कि, इसका उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, बतौली ब्लॉक में पहाड़ी कोरवा समाज ने अभिनव पहल की है। अपने गांव में नशा से फैली कुरीतियों को बंद कराने के लिए कोरवा समाज अब उग्र हो गया है। चिपरकाया में पूर्ण शराबबंदी के बाद पांच गांव में नशा छुड़ाने के लिए ‘न पीएंगे, न पीने देंगे ’ के नारे के साथ संकल्पित हुए हैं।

Villagers attended the meeting

अपराध रोकने के लिए हुई बैठकें

बता दें कि, बतौली के दुरस्त पहाड़ी क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध रोकने के लिए लगातार बैठकें हुई। बैठकों के जरिए नशा मुक्ति, शिक्षा में जोर देते बच्चों को स्कूल भेजना, समाज में स्वच्छता का ध्यान रखना, वन संरक्षण आदि मुद्दों पर चर्चा की गई।

Big meeting of villagers

पांच गांवों के ग्रामीणों ने ली बैठक

आज परसादाड़, घंटाडीह, करदाना, बेशरापानी, बागपानी,गोविन्दपुर पांच गांव के ग्रामीण एकजुट होकर गांव में शराब हड़िया और बाकी नशा को पूरे तरीके से बंद करने का फैसला लिया है। इसके अलावा नशा करते पाए जाने या शराब बनाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी बैठक के माध्यम से पहाड़ी कोरवा समाज के साथ अन्य समाज के लोग भी शराबबंदी करने समर्थन में आए। आज पांच गांव में पूर्ण शराबबंदी करने के लिए सभी सहमत हुए हैं। बैठक में शामिल चीपरकाया सरपंच फुलसाय, करदना सरपंच पुनीत पैकरा, भटकों उपसरपंच शशांक गुप्ता, चिरगा सरपंच सम्राट सिंह, कोरवा समाज के पूर्व संरक्षक मानसाय मुख्य अतिथि मुरारी यादव ने अपने विचार व्यक्त किया।

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