तमिलनाडु के अमिंजीकराई में दिवाली के दिन एक कपल के टॉर्चर से उनकी 15 साल की मेड की मौत हो गई। TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, दिवाली के दिन 31 नवंबर को कपल ने तंजावुर की रहने वाली मेड को पीटा, फिर उसे गर्म लोहे और सिगरेट से जलाया। उसे बाथरूम में बंद कर दिया। जैसे ही कपल को पता लगा कि उनके टॉर्चर से लड़की की मौत हो गई है, वे अपने रिश्तेदार के घर चले गए।
अगले दिन 1 नवंबर को कपल ने अपने वकील को घटना के बारे में बताया, जिसके बाद वकील ने पुलिस को सूचना दी और मामला सबके सामने आया। पुलिस ने बताया कि 1 नवंबर को अपार्टमेंट में मेड की लाश मिली। उसके पूरे शरीर में सिगरेट के निशान थे। हत्या के आरोप में सेकेंडहैंड कार वेंडर मोहम्मद निशाद और उसकी पत्नी नासिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही 4 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। सब से पूछताछ की जा रही है।
कपल 6 महीने से टॉर्चर कर रहा था
- अमिंजीकराई पुलिस ने बताया कि 15 साल की लड़की की मां विधवा है। घर में आर्थिक तंगी के कारण वह निशाद-नासिया के घर में काम करती थी।
- निशाद की बहन ने डेढ़ साल पहले नाबालिग मेड को यहां काम करने भेजा था। तब से वह यहीं काम करती थी।
- निशाद-नासिया ने 6 महीने पहले से उसे टॉर्चर करना शुरू किया। लापरवाही पर उसे पीटा जाता था। निशाद-नासिया के दोस्तों ने भी दिवाली के दिन उसकी पिटाई की थी।
शव मेड की मां को सौंपा गया
पोस्टमॉर्टम के बाद लड़की का शव उसकी मां को सौंप दिया गया है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मामले की पूरी जानकारी शेयर की जाएगी। मां ने पुलिस से बेटी का अंतिम संस्कार अन्ना नगर में कराने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
NCRB की रिपोर्ट में दावा- बच्चों के खिलाफ क्राइम 1 साल में 8.7% बढ़ा
NCRB की 2022 की क्राइम रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में बच्चों के खिलाफ क्राइम के 1 लाख 62 हजार 449 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2021 के 1 लाख 49 हजार 404 केस की तुलना में 8.7% ज्यादा है। वहीं, टीनएजर्स के खिलाफ 30 हजार 555 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 के 31 हजार 170 केस की तुलना में 2.0% कम है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर (प्रति 1 लाख जनसंख्या पर घटनाओं की संख्या) 2021 में 64.5% से बढ़कर 2022 में 66% हो गई है। इसमें से 2022 के दौरान 19 महानगरों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 48 हजार 755 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 (43 हजार 414 केस) की तुलना में 12.3 % ज्यादा हैं। 2023 में क्राइम की NCRB कि रिपोर्ट अभी जारी नहीं की गई है।