धर्मांतरण को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस इस मुद्दे पर हमलावार हुई और बीजेपी सरकार पर जमकर आरोप लगाए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाले भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि, सबसे पहले वो यह बताएं कि प्रदेश में सबसे ज्यादा सालों तक किसकी सरकार रही है ? ये बताएं कि किसकी सरकार में सबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन हुए हैं? सरकार को यह नौटंकी बंद कर अपना काम करना चाहिए। धर्म परिवर्तन आरक्षण के लिए अगर हो रही है, तो सरकार क्या कर रही है ? इसे रोकने का काम सरकार का है। अगर वो कुछ नहीं कर पा रहे हैं, तो चूड़ी और साड़ी पहनकर बैठ जाए।
सीएम साय बताएं वो जनजातीय या आदिवासी
दीपक बैज ने कहा कि, पहले मुख्यमंत्री यह स्पष्ट करें कि वह आदिवासी मुख्यमंत्री है या जनजातीय मुख्यमंत्री हैं। मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं और मैं आदिवासी हूं। मैं सीना तान कर यह बोल रहा हूं। केदार कश्यप बताएं कि वह आदिवासी है या जनजातीय हैं? मेरा इन लोगों से यही सवाल है कि पहले यह स्पष्ट कर दें। यह आदिवासी दिवस के कार्यक्रमों का बहिष्कार करते हैं। उसमें शामिल नहीं होते हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या ही हो सकता है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने दावा किया है कि कवर्धा, कोंडागांव और जगदलपुर समेत प्रदेश के कई हिस्सों से बांग्लादेशी घुसपैठी पकड़े जा रहे हैं। जिसको कांग्रेस की सरकार ने संरक्षण दिया था। इसको लेकर दीपक बैज ने कहा कि, सरकार असल में कुछ कर ही नहीं पा रही है। इसलिए कभी वो घुसपैठ है, तो कभी किसी और विषय पर बात करते हैं। कानून व्यवस्था पर बात कीजिए ना, आप प्रदेश हैं गृहमंत्री ने लगातार लूट हो रही है। क्राइम बढ़ रहा है, बलात्कार हो रहे हैं, इस पर आप क्या कर रहे हैं यह तो बताएं।
कितने लाख युवाओं को नौकरी मिली सरकार बताए
सरकार ने युवाओं के लिए 8000 भर्तियां निकली है। इसको लेकर पीसीसी चीफ ने कहा कि, 8000 इन्होंने तो दावा किया था कि 1 लाख भारती निकलेंगे। सदन में इन्होंने कहा था कि 35000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी तो पहले यह जवाब दें कि एक लाख नौकरियां कहां गई 35000 शिक्षकों की भर्ती क्यों नहीं हो पाई।
ट्रेन पॉलिटिक्स को लेकर दीपक बैज ने कहा कि, सरकार के पास कोई काम नहीं है। इसलिए ट्रेन का मजा ले रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अगर जाकर ट्रेन का सफर कर रहे हैं तो क्या उन्होंने प्रदेश की जनता के लिए ट्रेन संचालन पर कुछ कहा है? अगर वह ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो उन्हें यह पता होना चाहिए कि प्रदेश में बीते दिनों में सैकड़ों ट्रेनिंग रद्द हुई है, कई ट्रेन लेट हो गई है। ट्रेन रेन पॉलिटिक्स केवल एक दिखावा है, सरकार के पास कोई काम नहीं है इसलिए टाइम पास कर रहे हैं।