बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। सुनवाई के दौरान उनके वकील ने उन्हें झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया तो वहीं शासन की तरफ से देवेंद्र यादव पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया। दोनो पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय में फैसला सुरक्षित रखा है।
आपको बता दे, कि पुलिस ने बलौदा बाजार हिंसा के मामले में विधायक देवेंद्र यादव को आरोपी बनाया है। इस मामले में पुलिस ने चार बार नोटिस भेजा था, लेकिन उन्होंने बयान देने से मना कर दिया। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव की जमानत लोअर कोर्ट ने खारिज कर दी थी, जिसके बाद उनके वकील ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है।
रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है MLA
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी 17 अगस्त को भिलाई से हुई। इसके बाद से लगातार न्यायिक रिमांड बढ़ी। वे रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। इस बीच उन्होंने जमानत के लिए कई बार अर्जी लगाई। लेकिन, जमानत नहीं मिल पाई।