नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में HMPV (ह्यूमन मेटाप्नेमोवायरस) के दो संदिग्ध मरीजों की पहचान की गई है। इन मरीजों की उम्र 17 और 7 वाल की बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक शशिकांत शंभारकर ने बताया कि इन दोनों संदिग्ध मरीजों के रिकॉर्ड AIIMS नागपुर में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
स्वास्थ्य उप निदेशक से मिली जानकारी के अनुसार इन दाेनों मरीजों की रिपोर्ट निजी अस्पताल से पॉजीटिव आई थी। इन दोनों का इलाज किया गया और डिस्चार्ज कर दिया गया है। इन मरीजों के रिपोर्ट AIIMS नागपुर में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
यहां सामने आ चुका HMPV के केस
- बेंगलुरु, कर्नाटका
- अहमदाबाद, गुजरात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बोले घबराने की जरूरत नहीं
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि HMPV वायरस को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यह वायरस 2001 में पहले पहचाना गया था और इसमें कोई नया खतरा नहीं है। यह हवा के जरिए फैलता है। यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है और यह सर्दी और बसंत के महीनों में अधिक फैलता है। नड्डा ने कहा, कि HMPV एक श्वसन वायरस है, लेकिन भारत में इसके मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं पाई गई है।