मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन ने बिना काम किए ठेकेदार को किया करोड़ों का भुगतान, विधायक ने लगाया टेंडर में गड़बड़ी का आरोप

 मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर, अंबागढ़-चौकी के लिए प्रस्तावित 200 बेड वाले जिला अस्पताल के निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार को बिना माल गिराए ही सीजीएमएस दुर्ग संभाग ने करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, मोहला में 200 बेड का जिला अस्पताल बनने वाला है, जिसकी लागत लगभग 35 करोड़ 65 लाख रुपये है। इस निर्माण का ठेका दल्ली राजहरा की नाकोड़ा कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन (CGMSC) के अधीक्षक अभियंता अखिलेश तिवारी ने 10 फरवरी को एक पत्र जारी कर, कार्य पालन अभियंता को अस्पताल भवन निर्माण के लिए 4.86 करोड़ रुपये की सुरक्षा अग्रिम राशि की स्वीकृति दी।

बिना काम के एडवांस भुगतान

मिली जानकारी के मुताबिक, ठेकेदार को स्टील के नाम पर करोड़ों रुपये का एडवांस दिया गया, जबकि निर्माण स्थल पर 200 टन स्टील भी नहीं डंप किया गया है।  कंस्ट्रक्शन को 925 टन स्टील के नाम पर लगभग 5 करोड़ रुपये की राशि दो किस्तों में दी गई है। इस प्रकार छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, जो पहले भी भ्रष्टाचार के मामलों में घिरी रही है।

टेंडर में गड़बड़ी का संदेह

अगस्त 2024 में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के लिए टेंडर जारी किया गया था। इसमें तीन कंपनियों ने आवेदन किया था, लेकिन रामराजा मिनरल्स और वीर प्रोजेक्ट को तकनीकी कारणों से रिजेक्ट कर दिया गया और सीधे नakoड़ा कंस्ट्रक्शन को ठेका दे दिया गया। इससे टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। इस मामले पर विधायक इंद्र शाह मंडावी ने कहा कि

ठेकेदार को नियमों के विपरीत जाकर टेंडर दिया गया और अब बिना काम किए ही करोड़ों रुपये का भुगतान किया गया है। उनका आरोप है कि विभाग, शासन में बैठे भाजपा के नेताओं और ठेकेदार की मिलीभगत से अस्पताल निर्माण के पहले ही घोटाला हो चुका है। उन्होंने मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है।

Share This News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *