रेलवे बोर्ड का बड़ा निर्णय: विभागीय चयन रद्द, 6 लाख कर्मचारी होंगे प्रभावित

बिलासपुर। रेलवे बोर्ड ने बुधवार को देशभर के सभी डिवीजन में ग्रुप C तक के विभागीय चयन प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। यह आदेश सीबीआई द्वारा मुगलसराय में 26 अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद लिया गया, जिन पर विभागीय परीक्षा के पेपर लीक करने का आरोप था। इनसे 1.17 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे। इस फैसले से करीब 6 लाख रेलवे कर्मचारी प्रभावित होंगे।

रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक स्थापना, राजीव रंजन ने सभी जोन के महाप्रबंधकों को पत्र जारी कर कहा कि विभागीय चयन प्रक्रियाओं में कई अनियमितताएं पाई गई हैं, जिससे यह निर्णय लिया गया है। इसके बाद एसईसीआर (साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे) ने तुरंत सभी चयन प्रक्रियाओं को निरस्त कर दिया।

सीबीआई जांच के बाद लिया गया निर्णय

सीबीआई ने 3-4 मार्च 2025 को मुगलसराय में पूर्व मध्य रेलवे के विभागीय परीक्षा पेपर लीक का खुलासा किया। सीनियर डीईई (ऑप्स) और 8 अन्य रेलवे कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग पेपर लीक करने और पैसे इकट्ठा करने में शामिल थे। सीबीआई ने वेस्टर्न रेलवे और वेस्ट सेंट्रल रेलवे में भी ऐसे मामलों की जांच की और कई गिरफ्तारियां कीं।

बदलाव: रेलवे में प्रमोशन की परीक्षा अब आरआरबी कराएगा

रेलवे मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए विभागीय प्रमोशन की सभी परीक्षाएं अब रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) से कराने का निर्णय लिया है। आरआरबी सभी पदोन्नति परीक्षाएं कंप्यूटर आधारित (सीबीटी) तरीके से आयोजित करेगा। इससे नकल, पेपर लीक और अन्य धांधलियों पर कड़ी रोक लगेगी।

Share This News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *