अजमेर। पुष्कर में सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया की हत्या के विरोध में आज (शनिवार) को अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर में बंद का आह्वान किया गया है। बंद के दौरान केवल मेडिकल स्टोर, स्कूल और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।
शनिवार सुबह-सुबह बड़ी संख्या में वकील कोर्ट के बाहर इकट्ठे हुए। अजमेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने सभी वकीलों से शांतिपूर्वक बंद करने की अपील की और रूट की जानकारी दी। इससे पहले 1 मार्च को भी अजमेर शहर बंद रखा गया था, यह फैसला बिजयनगर गैंगरेप और ब्लैकमेल कांड के विरोध में लिया गया था। अब एक सप्ताह में दूसरी बार अजमेर शहर बंद रखा गया है।
बंद के दौरान हुई तोड़फोड़
बंद के दौरान वकील अजमेर रेलवे स्टेशन के पास स्थित होटल और दुकानों को खुले देख भड़क गए। उन्होंने इन दुकानों और होटलों के शटर पर डंडे मारे और तोड़फोड़ की। कुछ दुकानों के सामान भी फेंक दिए गए। रामगंज चौराहे पर वकीलों ने टेम्पो रुकवाकर सवारियों को नीचे उतार दिया। वकील ब्यावर रोड स्थित सब्जी मंडी पहुंचे, जहां दुकानों के खुले होने पर उन्होंने मंडी बंद कराई। इस दौरान वकील और पुलिस के बीच छीना-झपटी भी हुई, जिससे आंदोलन और भड़क गया। पुष्कर और नसीराबाद के बाजार भी पूरी तरह से बंद हैं।
क्या था घटनाक्रम
2 मार्च को रात करीब 1.45 बजे पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के पास शराब के ठेके के सामने 8-10 युवक गाड़ी में तेज आवाज में डीजे बजाकर नाच रहे थे। सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया ने इसका विरोध किया और डीजे बंद करने को कहा, जिसके बाद नशे में धुत बदमाशों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान शुक्रवार रात उनका निधन हो गया। पुलिस ने जाखेटिया के भतीजे अंकुश की रिपोर्ट पर मामले की जांच शुरू की है। शुक्रवार देर रात साथी वकील अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठे रहे और शव लेने से इनकार कर दिया। इससे पहले कोर्ट में भी हंगामा हुआ, जहां कोर्ट के भीतर की दुकानों को बंद करा दिया गया और लोगों व पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल दिया गया।