छत्तीसगढ़ विधानसभा: विपक्ष ने लगाया धान घोटाले पर स्थगन प्रस्ताव, नामंजूर होने पर किया वॉकआउट

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज 17वां दिन था। इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर धान खरीदी में घोटाले का आरोप लगाते हुए स्थगन प्रस्ताव लाया। विपक्ष ने सरकार पर लगभग 13 हजार करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगाया और सदन में इस पर चर्चा की मांग की।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि किसानों की मेहनत में अफसरों ने धोखा दिया है और 13 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्पादन से 36% ज्यादा धान खरीदी जा रही है। उमेश पटेल ने भी कहा कि यह मामूली मामला नहीं है, इस पर चर्चा की जानी चाहिए। जब स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया, तो विपक्ष नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि धान खरीदी में भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन सत्तापक्ष इस पर जवाब नहीं दे पा रहा है।

स्वामी आत्मानंद स्कूलों का मुद्दा

विधायक देवेंद्र यादव ने भिलाई के स्वामी आत्मानंद स्कूलों के संचालन के लिए वर्षवार आवंटन और व्यय की जानकारी मांगी। साथ ही खुर्सीपार स्कूल में कॉमर्स क्लासेस शुरू करने की मांग की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जानकारी दी कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों के लिए 770 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जिससे बेहतर शिक्षा दी जाएगी।सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 751 स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए थे, और इन्हें अब पीएमश्री योजना में शामिल किया जा रहा है। प्रदेश में 341 पीएमश्री स्कूल चल रहे हैं, जिनमें कुछ स्वामी आत्मानंद स्कूल भी शामिल हैं।

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