छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने हिड़मा-देवा-दामोदर सहित 300 नक्सलियों को घेरा, 5 हजार जवान ऑपरेशन पर

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार को जबरदस्त मुठभेड़ हुई। कोहकामेटा थाना क्षेत्र में हुए इस एनकाउंटर में जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया है। दोनों के शव मौके से बरामद कर लिए गए हैं। साथ ही 315 बोर की राइफल, अन्य हथियार और भारी मात्रा में गोला-बारूद भी जब्त किया गया है। पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि इलाके में नक्सली छिपे हुए हैं। इस इनपुट के बाद नारायणपुर से DRG और कोंडागांव से STF की संयुक्त टीम सर्च ऑपरेशन पर रवाना हुई। बुधवार रात जब जवान नक्सलियों के संभावित ठिकाने पर पहुंचे, तो जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया। गुरुवार सुबह तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा, इस दौरान भी गोलीबारी की खबरें हैं। इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती बरकरार है। इससे पहले 20 जून को कांकेर जिले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले एक मुठभेड़ में 8 लाख की इनामी महिला नक्सली को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। यह मुठभेड़ छोटेबेटिया थाना क्षेत्र के आमाटोला इलाके में हुई थी। गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह ने बीते साल रायपुर में हुई बैठक में 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य रखा था। साय सरकार बनने के बाद अब तक 350 से अधिक नक्सली ढेर किए जा चुके हैं, जो नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

जगदलपुर। छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा पर करीब 5,000 जवानों ने मिलकर नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है। जानकारी के मुताबिक, करीब 300 नक्सली, जिनमें बड़े कमांडर हिड़मा, देवा और दामोदर शामिल हैं, पहाड़ियों में फंसे हुए हैं। जवानों ने कर्रेगट्टा, नडपल्ली और पुजारी कांकेर की पहाड़ियों को चारों तरफ से घेर लिया है। 12 घंटे से ज्यादा समय से ऑपरेशन चल रहा है। दोनों तरफ से फायरिंग जारी है। नक्सलियों के पास बहुत सीमित राशन और पानी है, ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे।

बड़े नक्सली और खतरनाक इलाके

इलाके में नक्सलियों की बटालियन 1, 2 और DKSZCM जैसे बड़े संगठन के लोग हैं। नक्सलियों ने पहले से ही इलाके में सैकड़ों बम और IED बिछा रखे हैं। सुरक्षा बलों को पहाड़ चढ़ने और बमों से बचने में मुश्किलें हो रही हैं। हेलिकॉप्टर और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। जवानों ने एक हफ्ते का राशन और हथियार साथ में रखा है। तेलंगाना के ग्रेहाउंड्स, महाराष्ट्र के C-60 कमांडोज और छत्तीसगढ़ के DRG इस ऑपरेशन में शामिल हैं। नक्सलियों की रसद सप्लाई चेन भी तोड़ दी गई है।

नक्सलवाद खत्म करने का टारगेट

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2026 तक देश को नक्सलियों से मुक्त किया जाएगा। इसी के तहत फोर्स को पूरी छूट दी गई है। छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा खुद ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। आसपास के गांव वालों ने बताया कि दो दिन से गोलियों और बम फटने की आवाजें सुनाई दे रही हैं। हेलिकॉप्टर ऊपर उड़ते दिख रहे हैं। नक्सली शांति वार्ता का बहाना बनाकर ऑपरेशन रोकने की बात कर रहे हैं। सरकार ने साफ कहा है, “हथियार डालो, वरना ऑपरेशन नहीं रुकेगा।”

 

Share This News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *