बिलासपुर। जिले में धर्मांतरण से जुड़ा एक और गंभीर मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, सरकंडा थाना क्षेत्र के वसंत विहार कॉलोनी में स्थित एक मकान में “प्रार्थना सभा” के नाम पर धार्मिक गतिविधियां चल रही थीं। बताया जा रहा है कि इन सभाओं में लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस पूरी गतिविधि की अगुवाई एसईसीएल के कर्मचारी राजेंद्र खरे कर रहे थे। वे अपने घर पर नियमित रूप से दर्जनों लोगों को बुलाते थे, जहां कथित रूप से धर्म परिवर्तन के लिए आर्थिक मदद और रोजगार का लालच दिया जाता था। सूत्रों के अनुसार, बीते कई महीनों से यह गतिविधि गुपचुप तरीके से जारी थी।
स्थानीय लोगों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलने पर सरकंडा पुलिस मौके पर पहुंची और घर की तलाशी ली। पुलिस को वहां से धार्मिक साहित्य, पंपलेट, और कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि पूरे मामले की जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं। वहीं, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि राज्य में किसी भी तरह की जबरन या प्रलोभन देकर धर्मांतरण की गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए, ताकि सामाजिक सद्भाव प्रभावित न हो। फिलहाल पुलिस राजेंद्र खरे से पूछताछ कर रही है और मामले की गहराई से जांच जारी है।

