मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज के महादेवन मंदिर परिसर की विवादित जमीन की बाउंड्रीवाल तोड़ने को लेकर मंगलवार को दो पक्षों में हुई झड़प के बाद दूसरे दिन भी भारी संख्या में बल तैनात रहा। बुधवार को पुलिस ने मामले में 30 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। एहतियात के तौर पर मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने क्षेत्र में धारा 163 (पूर्व में 144) लागू कर दी है। मौके पर जेसीबी मशीन लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल पहुंचे थे।
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने अपने समर्थकों के साथ जेसीबी की मदद से दीवार तोड़ने की कोशिश की। विधायक की मौजूदगी में भीड़ उग्र हो गई। दीवार को तोड़ते देख अतिक्रमणकारियों के बीच झड़प हो गई। दोनों पक्षों ने जमकर पथराव किया। बता दें कि मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए विधायक व उनके समर्थक जिला प्रशासन पर दबाव बना रहे थे।
दोनों पक्षों पर मामला दर्ज कर लिया गया है, तीन महीने बाद भी कब्जा नहीं हटा
जुलाई में कोर्ट ने स्टे दे दिया था। एसपी रसना ठाकुर ने बताया कि दोनों पक्षों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। विधायक ने कहा कि तीन महीने बाद भी कब्जा नहीं हटा है।
मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल को पुलिस ने पहले दिन भर नजरबंद रखा और देर रात करीब 11:00 बजे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उन्हें पुलिस लाइन स्थित स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया है।
यह है मामला
खटखरी चौकी के देवरा गांव में महादेवन मंदिर परिसर की विवादित जमीन की बाउंड्रीवाल जेसीबी लेकर पहुंचे विधायक की मौजूदगी में समर्थकों ने गिरा दी थी। इसके बाद दूसरे पक्ष ने पथराव कर आगजनी कर दी थी। इसके बाद बिगड़े माहौल से दोनों ओर से हुई पत्थरबाजी में चार लोग घायल हो गए थे। स्थिति को काबू करने के लिए लाठी चलाने के साथ ही पुलिस को अश्रुगैस के गोले तक छोड़ने पड़े थे।
बुधवार को संभागायुक्त बीएस जामोद, आइजी महेंद्र सिंह सिकरवार समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। जामोद के अनुसार विवादित जमीन का मामला अदालत में है। विधायक ने कहा कि मऊगंज में एक विशेष समुदाय के लोग राष्ट्र विरोधी नारेबाजी भी कर रहे थे। विधायक को दिन भर नजरबंद और देर रात गिरफ्तार किए जाने किए जाने की सूचना पर मऊगंज जिले के प्रभारी मंत्री लखन पटेल बुधवार रात सवा दस बजे जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।