अहमदाबाद विमान हादसा: पायलटों की वाइस रिकॉर्डिंग ने बदली जांच थ्योरी, रिकॉर्ड खंगाल रही एजेंसियां

अहमदाबाद प्लेन क्रैश, एयर इंडिया हादसा, शवों की पहचान,Ahmedabad plane crash, Air India accident, Identification of bodies, DNA test, Wrong body, British family, डीएनए जांच, गलत शव, ब्रिटिश परिवार,

अहमदाबाद।  12 जून को अहमदाबाद में टेकऑफ के 32 सेकंड के भीतर क्रैश हुई एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की जांच में नए सवाल खड़े हो गए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद अब विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) 6 अहम बिंदुओं पर गहराई से पड़ताल कर रहा है, जिन्हें “ब्लाइंड स्पॉट्स” कहा जा रहा है।

मुख्य सवाल यह है कि दोनों इंजनों का फ्यूल कंट्रोल स्विच ‘रन’ से ‘कटऑफ’ क्यों और कैसे गया? क्या यह पायलट की गलती थी या किसी तकनीकी गड़बड़ी का नतीजा? CVR (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) से संकेत मिला है कि पायलटों में इस पर संवाद हुआ था – एक ने पूछा “फ्यूल क्यों बंद किया?”, दूसरे ने कहा “मैंने नहीं किया”।

दस्तावेजों की जांच

जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या फ्यूल स्विच मैनुअली घुमाया गया था या इलेक्ट्रॉनिक फेल्योर से बंद हुआ। अगर स्विच की ‘क्लिक’ आवाज CVR में नहीं दर्ज हुई, तो माना जाएगा कि यह मैनुअली नहीं किया गया। एक अन्य ब्लाइंड स्पॉट FAA की 2018 की एडवाइजरी है, जिसमें फ्यूल स्विच लॉकिंग सिस्टम पर चेतावनी दी गई थी। इसके पालन की पुष्टि के लिए मेंटेनेंस रिकॉर्ड्स और डीजीसीए क्लीयरेंस खंगाले जा रहे हैं।

जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालना गलत IFALPA

इस बीच, पायलट संगठन IFALPA ने कहा है कि जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालना गलत होगा। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनशीलता के साथ पेश आने की अपील की गई है। भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए अब कॉकपिट में वीडियो रिकॉर्डिंग और AI बेस्ड अलर्ट सिस्टम जैसे तकनीकों पर भी विचार किया जा रहा है।

Share This News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *