रायपुर। प्रदेश में बिक रही बेस्टो कॉफ कफ सिरप नकली पाई गई है। यह खुलासा तब हुआ, जब असली कंपनी बेस्टोकेम फार्मूलेशंस दिल्ली ने साफ तौर पर कहा कि यह सिरप उनकी कंपनी की नहीं है। मामले में फूड एंड ड्रग विभाग ने सोमवार को गरियाबंद से एक मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार किया है। विभाग ने बताया कि अभी 150 से ज्यादा सैंपल की रिपोर्ट लंबित है।
कालीबाड़ी स्थित ड्रग लैब में जब सिरप का परीक्षण किया गया, तो यह सब-स्टैंडर्ड पाई गई थी। इसके बाद विभाग ने जब कंपनी से संपर्क किया, तो कंपनी ने इसे अपना उत्पाद मानने से इनकार कर दिया। इस कारण सिरप को नकली घोषित किया गया।
विभाग ने कुलेश्वर मेडिकल एंड जनरल स्टोर्स के संचालक सीताराम साहू को औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत गिरफ्तार किया है। बताया गया कि सिरप का सैंपल अगस्त में लिया गया था और सितंबर में आई रिपोर्ट में सिरप में आवश्यक रासायनिक कंटेंट बेहद कम पाए गए थे। ड्रग विभाग ने कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था और बिक्री पर रोक भी लगा दी थी। हालांकि, सूत्रों के अनुसार कई मेडिकल स्टोर्स पर अभी भी बेस्टो कॉफ सिरप की बिक्री जारी है।
इधर, प्रदेश सरकार ने दो साल से कम उम्र के बच्चों को किसी भी खांसी की सिरप देने पर प्रतिबंध लगाया है। स्वास्थ्य विभाग ने यह कदम मध्यप्रदेश और राजस्थान में बच्चों की मौत की घटनाओं के बाद उठाया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद राज्य के सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि खांसी या सर्दी-जुकाम की दवाएं केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही बेची जाएं। स्वास्थ्य आयुक्त ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी सीएमएचओ को इस गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

