बस्तर। बस्तर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। जिले के 19 स्वास्थ्य केंद्र अब राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत प्रमाणित हो चुके हैं। इससे बस्तर की चिकित्सा व्यवस्था को मजबूती मिली है और यहां के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद बढ़ी है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. रीना लक्ष्मी ने बताया कि बस्तर में एनक्यूएएस प्रमाणन के तहत 19 स्वास्थ्य सुविधाओं को राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता का दर्जा मिला है। इस प्रक्रिया में स्वास्थ्य केंद्रों का सख्त मूल्यांकन किया जाता है, जिसमें स्वच्छता, दवाओं की उपलब्धता, उपकरणों की स्थिति, रोगी संतुष्टि, डॉक्टरों और स्टाफ की दक्षता, आपातकालीन सेवाएं, आदि को परखा जाता है।
2022 में आडावाल, 2023 में कलचा, कुम्हरावंड, जगदलपुर महारानी अस्पताल, 2024 में केसलूर, पालवा, तेलीमरेंगा, माड़पाल, और अन्य केंद्रों को सर्टिफिकेट मिला। 2025 में यूपीएचसी गीमद रोड और यूपीएचसी धमरपुरा को यह मान्यता मिली है। बस्तर जिले में कुल 281 स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, जिनमें से 138 को एनक्यूएएस मूल्यांकन के लिए चुना गया है। अब इन सर्टिफाइड केंद्रों से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सेवाओं की उम्मीद बढ़ गई है।