देश में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल पैसेंजर्स फ्लाइट में बम की धमकी का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को 27 फ्लाइट्स में बम की धमकी मिली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडिगो, विस्तारा और स्पाइसजेट की करीब 7-7 उड़ानों, जबकि एयर इंडिया की 6 उड़ानों को धमकी मिली। इंडिगो की 7 में 6 फ्लाइट जिनको बम की धमकी मिली, उनमें 6E 2099 (उदयपुर से दिल्ली), 6E 11 (दिल्ली से इस्तांबुल), 6E 58 (जेद्दा से मुंबई), 6E 17 (मुंबई से इस्तांबुल), 6E 108 (हैदराबाद से चंडीगढ़) और 6E 133 (पुणे से जोधपुर) शामिल हैं।
उदयपुर से दिल्ली की फ्लाइट 6E 2099 को टेक ऑफ से 10 मिनट पहले धमकी मिली, इसके बाद प्लेन में सवार पैसेंजर्स को उतारा गया। फ्लाइट के अंदर और पैसेंजर्स के बैग की जांच की गई। बम की सूचना झूठी निकलने पर साढ़े 3 घंटे बाद फ्लाइट को रवाना किया गया। 12 दिनों में 280 से ज्यादा इंडियन फ्लाइट्स में बम की धमकी मिल चुकी है। ज्यादा धमकियां सोशल मीडिया के जरिए दी गईं हैं। केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Meta और X से फर्जी बम धमकी मैसेज का डेटा शेयर करने को कहा है।
IT मिनिस्ट्री ने X-मेटा के साथ वर्चुअल मीटिंग की
23 अक्टूबर को ही इन धमकियों को लेकर IT मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X, मेटा और एयरलाइन कंपनियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की थी। सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से पूछा था कि, ‘इन खतरनाक अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए आपने क्या किया है। ये जो हालात हैं, उनसे जाहिर होता है कि आप जुर्म को बढ़ावा दे रहे हैं।’
21 अक्टूबर को नायडू ने कहा था कि फ्लाइट्स में बम धमकी देने वालों के नाम ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में शामिल किए जा सकते हैं। सरकार विमानन सुरक्षा नियमों और नागरिक विमानन सुरक्षा के विरुद्ध गैरकानूनी कृत्यों का दमन अधिनियम, 1982 में संशोधन की योजना बना रही है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) इस मुद्दे पर लगातार गृह मंत्रालय के संपर्क में है।
धमकियों को लेकर केंद्र सरकार के 4 एक्शन
- एयर मार्शल की संख्या दोगुनी: केंद्र सरकार ने 16 अक्टूबर को फ्लाइट्स में एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी करने का फैसला किया। इसी दिन गृह मंत्रालय ने फर्जी धमकियों को लेकर एविएशन मिनिस्ट्री से रिपोर्ट मांगी। CISF, NIA और IB को भी रिपोर्ट देने को कहा गया।
- एयरलाइंस के CEOs के साथ बैठक: ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने 19 अक्टूबर को सभी एयरलाइंस के CEOs के साथ बैठक की। इसमें झूठी धमकियों से निपटने पर चर्चा की गई। साथ ही यात्रियों की असुविधा और एयरलाइंस के नुकसान पर भी बात हुई।
- DGCA प्रमुख को हटाया: केंद्र ने 19 अक्टूबर को DGCA चीफ विक्रम देव दत्त को पद से हटाते हुए कोयला मंत्रालय में सचिव बना दिया। इस बदलाव को धमकी वाले मामलों से जोड़कर देखा गया।
- मुंबई और कोच्चि से 2 अरेस्ट: मुंबई पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया। दोनों ने इंडिगो फ्लाइट में बम की धमकी दी थी। वहीं, केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर सोमवार को एक यात्री को बम की धमकी देने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
बम की सूचना पर नजदीकी एयरपोर्ट पर फ्लाइट को उतारा जाता है
विमान में बम होने की सूचना मिलने पर फ्लाइट को अपने निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाता है। इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है, विमान की दोबारा जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्हें उनके मंजिल तक पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था करनी पड़ती है। इसमें करीब 3 करोड़ रुपए प्रति फ्लाइट खर्चा आता है।