दरअसल, दंतेवाड़ा जिला प्रशासन ने संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार से विज्ञान संस्कृति संवर्धन योजना 2021 के तहत तारामंडल निर्माण के लिए अनुरोध किया था। वहीं दंतेवाड़ा में क्षेत्र श्रेणी (5 लाख से कम जनसंख्या) में पूर्ण वित्तीय सहायता की मांग प्रस्तावित की गई थी, जिसे स्वीकृति मिल चुकी है। इसके निर्माण के लिए NCSM ने जिले के कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया था, जिसके बाद कारली गांव में जगह का चयन किया गया है।
CEO से चर्चा कर समझाया काम
NCSM की टीम ने जगह का चयन करने के बाद जिला पंचायत CEO कुमार बिश्वरंजन और PPIA फेलो दिव्या कुमारी से चर्चा की। उन्हें तारामंडल के संचालन, रणनीति और लागत के साथ-साथ निर्माण कार्य से जुड़ी गुणवत्ता पूर्व कार्य से संबधित जानकारी दी गई।
NCSM एक वैज्ञानिक संस्था है, जो 1961 में पश्चिम बंगाल सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 26 के तहत पंजीकृत है। इसके साथ ही संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत है। दंतेवाड़ा जिले में डिजिटल प्लेनेटोरियम स्थापना के लिए भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय को पत्र लिखा गया था। वहीं NCSM के डिप्टी डायरेक्टर जनरल समरेंद्र कुमार, सिविल कंसलटेंट जी. के. महापात्रा दंतेवाड़ा पहुंचे। स्थल देखा और काम जल्द शुरू करने निर्णय लिया।