नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला आज सुबह 11:30 बजे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ लेंगे। इसके साथ ही वे इस केंद्र शासित राज्य के पहले सीएम बन जाएंगे। कार्यक्रम श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में होगा।
उनके साथ 4 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस और सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक मंत्री पद की शपथ नहीं लेंगे। जम्मू-कश्मीर रीऑर्गनाइजेशन एक्ट, 2019 के तहत सीएम समेत मंत्रियों की कुल संख्या विधानसभा सीटों के 10% से ज्यादा नहीं हो सकती। शपथ लेने के बाद उमर अब्दुल्ला दोपहर 3:00 बजे एडमिनिस्ट्रेटिव सेक्रेटरी के साथ मीटिंग करेंगे।
समारोह में 50 से ज्यादा VIP आ सकते हैं
शपथ ग्रहण समारोह में I.N.D.I.A. ब्लॉक के कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। NC ने इसके लिए संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, लालू प्रसाद यादव और अरविंद केजरीवाल सहित करीब 50 VIPs को न्योता भेजा है। वहीं, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव 15 अक्टूबर को ही श्रीनगर पहुंच चुके हैं।
बडगाम सीट छोड़ सकते हैं उमर, दो सीटों से लड़ा था चुनाव
उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल और बडगाम दो सीटों से चुनाव लड़ा था। वे दोनों पर जीते हैं। माना जा रहा है कि वे गांदरबल सीट बरकरार रख सकते हैं। उमर 2009 में जब पहली बार सीएम बने थे, तब भी वे इसी सीट से चुनाव जीते थे।
उनके दादा शेख अब्दुल्ला 1977 में और पिता फारूक अब्दुल्ला 1983, 1987 और 1996 में यहां से जीत चुके हैं। दरअसल, उमर बारामूला लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे। निर्दलीय कैंडिडेट और उस समय तिहाड़ जेल में बंद इंजीनियर राशिद ने करीब 2 लाख वोट से चुनाव हराया था। इसी वजह से उमर ने दो सीटों से विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा। दोनों ही सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रही हैं।