बिल पास करने के नाम पर कमीशन लेने के आरोप में एसीबी ने छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग निगम के तत्कालीन डीजीएम नवीन प्रताप सिंह तोमर पर केस दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि बिल पास करने के एवज में वे 8 प्रतिशत कमीशन वसूल करते थे। इस एफआईआर में डीजीएम के अलावा 9 और लोगों के नाम शामिल है।
एसीबी के निरीक्षक कुमार विवेक ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें तत्कालीन DGM नवीन प्रताप सिंह तोमर, बीआर लोहिया, अजय लोहिया, अभिषेक कुमार, तीजउराम निर्मलकर, नीरज कुमार, देवांश देवांगन, जितेंद्र कुमार निर्मलकर, लोकेश्वर प्रसाद सिन्हा और अन्य के खिलाफ IPC 1860 की धारा 120-ब भ्रष्टाचार एक्ट 1988 के अंतर्गत अपराध दर्ज किया गया है।
क्या था पूरा मामला जानिए
दरअसल, ED मनी लांड्रिंग के मामले में जांच पड़ताल कर रही है। जिसमें जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड (CSMCL) के तत्कालीन DGM और प्रभारी MD नवीन प्रताप सिंह तोमर ठेकेदारों से मैनपॉवर टेंडर के लिए लगाए गए बिलों को मंजूरी देने के बदले रिश्वत ले रहे हैं।
इसके बाद 29 नवंबर 2023 को ED की टीम ने चेकिंग में अभिषेक कुमार सिंह समेत अन्य लोगों को 28 लाख 80 हजार रुपए कैश रिश्वत देते गिरफ्तार किया था। पूछताछ में जानकारी मिली कि अभिषेक मेसर्स ईगल हंटर सॉल्यूशन लिमिटेड का कर्मचारी है। यह कंपनी मैनपॉवर सप्लाई का काम करती है। इस कंपनी के बिल क्लियर करने के लिए रिश्वत की मांग की गई थी। इसी जांच के दौरान पता चला कि छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड(सीएसएमसीएल) के तत्कालीन डीजीएम और प्रभारी एमडी नवीन प्रताप सिंह तोमर ठेकेदारों से मैन पॉवर टेंडर के लिए लगाए गए बिलों को मंजूरी देने के बदले रिश्वत ले रहे हैं।