रायपुर। राजधानी रायपुर में शनिवार सुबह साइंस कॉलेज चौपाटी को हटाने की निगम की कार्रवाई हंगामे और विरोध प्रदर्शनों के कारण तनावपूर्ण हो गई। निगम द्वारा व्यवसायियों को शुक्रवार देर रात तक सुबह 5 बजे तक की डेडलाइन दी गई थी, जिससे चौपाटी के दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, निगम में नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी समेत कई कांग्रेस नेता रात में ही चौपाटी पहुंचकर व्यवसायियों के समर्थन में धरने पर बैठ गए।
सुबह होते ही भारी पुलिस बल, जेसीबी और निगम अमला कार्रवाई शुरू करने मौके पर पहुंचा। कार्रवाई के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जेसीबी के सामने लेटकर विरोध जताया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों में जमकर झूमाझटकी हुई। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, आकाश तिवारी सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हालांकि मौके पर सभी जोन के अधिकारी मौजूद रहे और निगम अमले ने सुरक्षा कवच में चौपाटी हटाने का काम शुरू कर दिया। दर्जनभर से अधिक निगम की गाड़ियां कार्रवाई में लगी हुई हैं।
चौपाटी शिफ्टिंग को लेकर विवाद की जड़ रेलवे की जमीन है। ओवरब्रिज के नीचे जो स्थान चौपाटी के पुनर्वास के लिए चुना गया था, वह रेलवे की संपत्ति है, जहां रेलवे अपनी पार्किंग विकसित करने की योजना बना रहा है। इसी कारण रेलवे ने पहले वहां मौजूद मोटर मैकेनिकों को जगह खाली करने का नोटिस दिया था। रेलवे द्वारा जमीन पर मालिकाना हक जताने के बाद से चौपाटी शिफ्टिंग का मामला अटक गया था, जिसके बीच अब हटाने की कार्रवाई ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।

