दिल्ली। शेयर बाजार में मोटे मुनाफे का झांसा देकर साइबर ठगों ने मुंबई की 63 वर्षीय सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी से 1.35 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। इस हाई-प्रोफाइल साइबर फ्रॉड मामले में पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगों ने सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल कर इस पूरी ठगी को अंजाम दिया।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता को 10 नवंबर से 19 दिसंबर के बीच चरणबद्ध तरीके से ठगा गया। महिला यूट्यूब पर दिखे ‘जैनम ब्रोकिंग लिमिटेड’ नामक एक फर्म के विज्ञापन के संपर्क में आई थीं। विज्ञापन पर भरोसा करने के बाद उन्होंने संबंधित नंबर पर संपर्क किया, जिसके बाद उनका मोबाइल नंबर ‘121 कम्युनिटी हब जैनम’ नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया गया।
व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन्स ने खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताया और दावा किया कि जैनम ब्रोकिंग लिमिटेड ग्लोबल फाइनेंशियल एलीट शोडाउन (GFES) में भारत की प्रतिनिधि है। ठगों ने निवेश पर ऊंचा रिटर्न देने के साथ-साथ अधिक वोट जुटाने पर हर सप्ताह पांच से दस हजार रुपये कमाने का भी लालच दिया।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, महिला को एक लिंक भेजा गया, जिस पर क्लिक करने के बाद उन्हें एक अन्य ग्रुप में जोड़ दिया गया। वहां निवेश के लिए बैंक खाते का विवरण दिया गया। 19 नवंबर को महिला ने पहली बार 80 हजार रुपये जमा किए। अगले ही दिन वर्चुअल खाते में राशि 88 हजार रुपये दिखाई देने लगी, जिससे उनका भरोसा और मजबूत हो गया।
इसके बाद महिला ने अलग-अलग चरणों में कुल 1.35 करोड़ रुपये निवेश कर दिए। ठगों ने उनके वर्चुअल खाते में 3.5 करोड़ रुपये की रकम दिखाई। जब महिला ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने और 1.5 करोड़ रुपये निवेश करने पर 100 प्रतिशत मुनाफे का झांसा दिया। बाद में फर्जी कर्ज दिखाकर वर्चुअल बैलेंस 10 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया गया। खुद को ठगा गया महसूस होने पर पीड़िता ने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

