दिल्ली। स्पैम कॉल से निपटने में टेलीकॉम कंपनियां एआई को काफी असरदार पा रही हैं। एयरटेल ने ढाई महीने में एआई और मशीन लर्निंग से 8 अरब स्पैम कॉल और 80 करोड़ स्पैम एसएमएस की पहचान की। कंपनी ने रोज 10 लाख स्पैमर का पता लगाया।
वोडाफोन आइडिया ने 2 दिसंबर और बीएसएनएल ने इसी साल अक्टूबर में इसकी शुरुआत की। रिलायंस जियो भी इस पर काम कर रही है। एयरटेल के नेटवर्क पर आने वाली कॉल में 6% और एसएमएस में 2% स्पैम थीं। आश्चर्यजनक रूप से इनमें से 35% मामलो में लैंडलाइन फोन का इस्तेमाल किया गया। इस ढाई महीने में टेलिकॉम कंपनी ने लगभग 25.2 करोड़ यूनिक यूजर्स को स्पैम कॉल के बारे में सूचित किया। इससे इन कॉल का जवाब देने वाले ग्राहकों की संख्या में 12% की कमी आई है। टेलीकॉम कंपनियों की एआई तकनीकी ने शातिरों की लोकेशन का पता लगाया है।
कंपनियों की रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा स्पैम कॉल दिल्ली से और सबसे ज्यादा स्पैम एसएमएस गुजरात से ठगों द्वारा भेजे गए है। स्पैम कॉल दिल्ली, मुंबई और कर्नाटक से होते हैं। एसएमएस की बात करें तो सबसे ज्यादा स्पैम संदेश गुजरात से हुए, इसके बाद कोलकाता, यूपी है। इनके निशाने पर सबसे ज्यादा मुंबई, चेन्नई, गुजरात के यूजर हैं। स्पैम कॉल की शुरुआत सुबह 9 बजे होती है। यह दिनभर लगातार बढ़ती है। दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक संख्या सबसे ज्यादा होती है। रविवार को स्पैम कॉल की संख्या 40% कम हो जाती है।
ठगीः स्पैम कॉल करने वालों के निशाने पर पुरुष ज्यादा
- 76% स्पैमपर्स के निशाने पर पुरुष ग्राहक रहे।
- 48% ऐसे कॉल 36-60 आयु वर्ग के ग्राहकों को आए।
- 26% कॉल 26-35 आयु वर्ग के लोगों को आए।
- 8 % कॉल वरिष्ठ नागरिको के फोन में आए।
- 22% कॉल 15-20 हजार रु. कीमत वाले फोन पर आए।