रायपुर। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे मौसमीय तंत्र के कारण चक्रवात ‘सेनयार’ (Cyclone Senyar) बनने की संभावना जताई जा रही है। मलक्का जलडमरूमध्य और दक्षिण अंडमान समुद्र में विकसित निम्न दाब क्षेत्र ने पिछले कुछ दिनों में तीव्रता हासिल की है और अब यह चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह तंत्र समुद्र में आगे और प्रबल हो सकता है, लेकिन छत्तीसगढ़ पर इसका कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।
प्रदेश का मौसम पूर्णतः शुष्क रहेगा। राजधानी रायपुर में आकाश साफ रहेगा और वर्षा की संभावना नहीं है। बीते 24 घंटों में रायपुर का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री रहा। दुर्ग प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री रहा। उत्तरी छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में रात का पारा 8.5 डिग्री तक गिर गया। बिलासपुर, पेंड्रारोड और जगदलपुर में भी अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा। प्रदेश के किसी भी हिस्से में वर्षा नहीं हुई और हवा की गति सामान्य रही।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तरी भारत से बहने वाली ठंडी हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की कमी की संभावना है। विशेष रूप से उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में 26 से 28 नवंबर तक शीतलहर चलने की संभावना है।
26 नवंबर को रायपुर में अधिकतम तापमान 30 डिग्री, न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। दिन भर मौसम शुष्क और शांत रहेगा। आर्द्रता में कमी और हल्की हवा के साथ प्रदेश में रातें ठंडी रहेंगी, जिससे लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल किसी प्रकार की वर्षा या तेज हवा की संभावना नहीं है, लेकिन शीतलहर के प्रभाव से रात का तापमान तेजी से कम हो सकता है।

