रायपुर। राजधानी में नगर निगम चुनाव की ड्यूटी से नाम हटवाने के लिए हजारों कर्मचारी अजीब-गरीब बहाने बना रहे हैं। कुछ कर्मचारियों ने पेट दर्द, उल्टी और अपच की समस्या का हवाला दिया, तो कुछ ने कहा कि वे वोटिंग पेटी नहीं उठा सकते या उनकी आंखों से धुंधला दिखता है। वहीं, कुछ कर्मचारी कह रहे हैं कि चुनावी ड्यूटी में उनके पति-पत्नी दोनों की ड्यूटी लग गई है, ऐसे में बच्चों की देखभाल कौन करेगा।
जिला पंचायत कार्यालय में सुबह से शाम तक कर्मचारी अपने नाम हटवाने के लिए आवेदन दे रहे हैं। अब तक दो हजार से अधिक कर्मचारियों ने चुनावी ड्यूटी से नाम हटाने के लिए आवेदन किया है। एक कर्मचारी ने आवेदन में कहा कि वह रायपुर नगर निगम क्षेत्र में रहता है और चुनाव ड्यूटी के कारण वह मतदान नहीं कर पाएगा। इसलिए, वह अपने मौलिक अधिकार के तहत ड्यूटी से अपना नाम हटवाना चाहता है।
**गंभीर बीमारी वालों को ही राहत**
जिला पंचायत के अधिकारियों ने बताया कि केवल गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों वाली माताओं और गंभीर बीमारियों से ग्रसित कर्मचारियों की ड्यूटी हटाई जाएगी। बिना मजबूत कारण के ड्यूटी से नाम नहीं हटाया जाएगा।