छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में वन मंडल कटघोरा के हाथी प्रभावित 60 गांवों की किसान अपनी मांगों को लेकर 18 सितंबर को सुबह 10 बजे से चोटिया चौक पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व जनपद सदस्य वीरेंद्र मरकाम ने बताया कि धान फसल का नुकसान करने पर कम मुआवजा दिया जा रहा है। प्रभावित गांवों में कोई व्यवस्था नहीं की गई है। प्रशासन अभी तक समस्या को लेकर गंभीर नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि हाथी कभी भी हमला कर देते हैं। लेमरू एलीफेंट रिजर्व के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।
बैठक करके जताया था रोष
ग्रामीणों ने बीते दिनों अधिकारियों के साथ बैठक करके वन विभाग द्वारा शुरू किए गए एलिफेंट कॉरिडोर पर भी सवाल उठाया। कहा कि प्रदेश सरकार ने लेमरू क्षेत्र के एक बडे़ हिस्से को एलिफेंट कॉरिडोर में शामिल किया है फिर हाथियों का दल लेमरू के बजाय आसपास के क्षेत्रां में कैसे पहुंच रहा है।
ग्रामीणों ने कहा कि इससे लगता है कि वन विभाग ने हाथियों के लिए जंगल में पर्याप्त चारा-पानी की व्यवस्था नहीं की है। जंगल में हाथियों का पेट नहीं भर रहा है। इसकी वजह से झुंड जंगल को छोड़कर रिहायशी इलाके की ओर निकल रहा है। ग्रामीणों ने प्रभावित इलाको में सोलर लाइट लगवाने और सही मुआवजा दिए जाने की अपील भी की थी। अधिकारियों ने वरिष्ठों को जानकारी देने और मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था। मांग नहीं पूरी होने के बाद ग्रामीण प्रदर्शन करने निकले है।