छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले में रसमड़ा में डकैती और एनएसपीसीएल में चोरी के मामले में माल खपाने वाले आरोपी को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 600 ग्राम सोने और 340 ग्राम चांदी की सिल्ली कीमत 50 लाख रुपए और तौलने की मशीन जब्त किया है। पुलिस ने आरोपी इंदौर अलीराजपुर निवासी राजेन्द्र कटार (22 वर्ष) के खिलाफ धारा 395, 411 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की।
एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने रविवार को सेक्टर-6 कंट्रोल रुम में पत्रवार्ता लेकर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 7 अगस्त 2024 को रसमड़ा में दिलीप मिश्रा के घर में डकैती हुई थी। आरोपी करीब 20 लाख रुपए का सोना ले गए थे। उसी रात एनएसपीसीएल कॉलोनी रुंआबांधा के दो सूने मकानों में भी चोरी हुई थी। दोनों मामले में पूर्व में तीन आरोपी जगदीश उर्फ काला भाया, भंगू डाबर और भूल सिंह चौहान को गिरफ्तार किया चुका है।
सोना चांदी के साथ तौल मशीन जब्त
एसपी ने बताया कि आरोपी के कब्जे से 600 ग्राम सोना और 340 ग्राम चांदी की सिल्ली और तौल मशीन कीमत 50 लाख बरामद किया गया। डकैती और चोरी की वारदात में दीपक सेंगर, अनिल चौहान, अनिल बघेल, गणपत डावर फरार है। इनकी खोजबीन की जा रही थी। इसी बीच सूचना मिली कि डकैती और चोरी के जेवरात कपिल जैन को बेचते थे। चोरी के जेवरात को कपिल के पास आरोपी आशीष पटलिया पहुंचाने का काम करता था। जो भूर सिंह चौहान की गिरफ्तारी के बाद फरार है। राजाबाग इंदौर में छुपा है। टीम ने आशीष पटलिया के सहयोगी आरोपी राजेन्द्र कटार (22 वर्ष) को गिरफ्तार किया। मामले में आरोपी दीपक सेंगर, अनिल चौहान, अनिल बघेल, गणपत डावर, कपिल जैन और आशीष पटलिया फरार है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।