मेवाड़ राजवंश के 76वें संरक्षक का निधन, महाराणा प्रताप के थे वंशज

उदयपुर।  राजस्थान के उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़ का 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे और सिटी पैलेस के शंभू निवास में रह रहे थे, जहां उनका इलाज भी चल रहा था। उनके निधन से पूरे मेवाड़ और राजस्थान में शोक की लहर है।

अरविंद सिंह मेवाड़ का अंतिम संस्कार सोमवार को राजघराने की परंपरा के अनुसार किया जाएगा। वे मेवाड़ के महान शासक महाराणा प्रताप के वंशज थे और भागवत सिंह मेवाड़ तथा सुशीला कुमारी मेवाड़ के छोटे पुत्र थे। उनके बड़े भाई महेन्द्र सिंह मेवाड़ का निधन पिछले साल नवंबर में हुआ था। अरविंद सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अजमेर के मेयो कॉलेज से प्राप्त की थी और फिर उदयपुर के महाराणा भूपाल कॉलेज से आर्ट्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे उच्च शिक्षा के लिए यूके गए और सेंट एल्बंस मेट्रोपॉलिटन कॉलेज से होटल मैनेजमेंट की डिग्री प्राप्त की।

कुछ समय के लिए वे अमेरिका में भी काम कर चुके थे, लेकिन बाद में वे उदयपुर लौट आए और अपने पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ गए। वे एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रहे। इसके साथ ही, वे महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन ट्रस्ट, महाराणा मेवाड़ ऐतिहासिक प्रकाश ट्रस्ट और राजमाता गुलाब कुंवर चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भी थे। मेवाड़ राजवंश के 76वें संरक्षक के रूप में अरविंद सिंह ने उदयपुर और मेवाड़ क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा दिया, ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में योगदान दिया और सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाई। उनके निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं और बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जुट रहे हैं।

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