दिल्ली। लेह में हुई हिंसा के बाद सोनम वांगचुक को गिरफ्तार किया गया था। वह वर्तमान में जोधपुर केंद्रीय जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी गीतांजलि ने पति की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर आज सुनवाई हो रही है।
सोनम वांगचुक को 26 सितंबर को हिरासत में लिया गया था। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, उनके पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से संपर्क होने का भी दावा किया गया था।
सोनम की पत्नी ने 2 अक्टूबर को संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। सर्वोच्च न्यायालय इस मामले की सुनवाई कर उचित आदेश देगा।
लेह हिंसा में 4 की हुई मौत
24 सितंबर को लेह में हिंसा भड़क गई थी। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी के मुख्यालय को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस जांच में पाया गया कि सोनम वांगचुक के भाषणों ने हिंसा भड़काई। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और पुलिस को ओपन फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई।
गिरफ्तारी के बाद जांच की रखी मांग
हिंसा के दो दिन बाद सोनम वांगचुक को गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ दो एनजीओ के माध्यम से विदेशी फंडिंग के भी संकेत मिले। जेल में रहते हुए सोनम ने लेह के लोगों से शांति बहाल करने की अपील की और स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की।
सोनम वांगचुक ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से बिल्कुल ठीक हैं। उन्होंने सभी की प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद दिया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस सुनवाई से यह स्पष्ट होगा कि हिरासत की वैधता और न्यायिक प्रक्रिया का पालन हुआ है या नहीं।