छत्तीसगढ़ में लगातार हो रहे सड़क हादसों पर राज्य सरकार गंभीर है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक ली। उन्होंने कहा कि हादसे रोकने के लिए हाईवे पर दुपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट, चार पहिया वाहन चालकों के लिए सीट बेल्ट का उपयोग जरूरी किया जाए। गाड़ी चलाते समय सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। दरअसल हाल ही में मंत्री रामविचार नेताम और लक्ष्मी राजवाड़े हादसे का शिकार हुए थे। जिसके बाद सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। इसके लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। हादसे रोकने ब्लैक स्पॉट जल्द सुधारने को कहा है।
सख्ती: 7826 से ज्यादा चालकों का लाइसेंस रद्द किया
- यातायात नियमों के उल्लंघन पर परिवहन विभाग ने 6 लाख 70 हजार तथा पुलिस विभाग ने 4 लाख 87 हजार चालानी कार्रवाई की।
- 1 जनवरी 2023 से 31 अक्टूबर 2024 तक 7826 वाहन चालकों का लाइसेंस निलंबित किया।
- 8 दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों राजनांदगांव, धरसींवा अभनपुर, पाली, सिमगा, सुकमा, बेमेतरा और पत्थलगांव में ट्रामा स्टेब्लाइजेशन यूनिट बनाने मंजूरी।
- 14, 261 वाहनों में लगाए व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस।
- 72 हजार वाहनों में स्पीड गवर्नर तथा 2200 बसों में पेनिक बटन लगाए।
- ब्लैक स्पाटों की पहचान व सुधार, सड़कों पर यातायात संकेतक लगाए।
- होर्डिंग्स हटाने, फुटपाथ, पार्किंग, सर्विस लेन से अतिक्रमण हटाने समीक्षा।
स्कूली पाठ्यक्रम में भी ट्रैफिक नियम शामिल
स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य के स्कूलों में कक्षा पहली से दसवीं तक के कोर्स में ट्रैफिक नियमों को शामिल किया है। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने पाठ्यपुस्तकें तैयार की हैं। इनमें सड़क यातायात नियमों से संबंधित अध्याय पाठ्यक्रम में शामिल किए गए हैं। यातायात व्यवस्था का इलेक्ट्रॉनिक सर्विलेंस रायपुर, बिलासपुर और नवा रायपुर में किया जा रहा है। भिलाई और दुर्ग में यह व्यवस्था आंशिक रूप से है। सितंबर 2023 से अक्टूबर 2024 तक 101 ब्लैक स्पॉट और 748 जंक्शन के सुधार किए गए हैं।