छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में व्रती महिलाओं ने गुरुवार की शाम अलग-अलग घाट और तालाबों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। रायपुर में खारुन नदी सहित अन्य तालाबों के किनारे पूजा करके अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया।
अर्घ्य देने के बाद घाट पर रातभर भजन-कीर्तन करेंगे। शुक्रवार को पुन: सूर्याेदय होते ही अर्घ्य देने की परंपरा निभाएंगे। इसके पश्चात ठेकुआ का प्रसाद ग्रहण कर निर्जला व्रत का पारणा करेंगे। इधर, भिलाई नगर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने सेक्टर -2 छठ तालाब पहुंचकर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा- अर्चना की। उन्होंने छठ मइया की पूजा- अर्चना कर भिलाईवासियों और प्रदेश की खुशहाली एवं उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
इस दौरान उन्होंने लोगों से भेंट करते हुए उनका हालचाल जाना और लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सूर्य देव विपुल ऊर्जा के स्रोत हैं। छठ एकमात्र पर्व है जहां हम अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं, नई सुबह और नई उम्मीद के साथ हमारे जीवन में सकारात्मकता का संचार हो। इस सकारात्मकता के साथ सूर्य देव हमें सदैव आगे बढ़ते रहने की ऊर्जा प्रदान करते हैं।