दिल्ली। कांग्रेस पार्टी का नया मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ आज से आधिकारिक तौर पर चालू हो जाएगा। नया ऑफिस 9A, कोटला रोड पर स्थित है और इसे बनाने में 252 करोड़ रुपए की लागत आई है। यह भाजपा के दिल्ली मुख्यालय से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर है। कांग्रेस का पुराना ऑफिस 24, अकबर रोड पर था। 46 साल बाद अब पार्टी का मुख्यालय बदलकर इंदिरा भवन हो गया है। इस नए ऑफिस का उद्घाटन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत 400 से ज्यादा नेता करेंगे।
भाजपा के कारण बदली एंट्री गेट की दिशा
नए मुख्यालय का फ्रंट गेट दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर था, लेकिन इस पर भाजपा मुख्यालय का नाम आता। इसे बदलकर कोटला रोड की तरफ कर दिया गया है।
पुराना मुख्यालय 1978 में कांग्रेस की टूट के बाद पार्टी सांसद जी. वेंकटस्वामी के बंगले में शिफ्ट हुआ था। यह बंगला पहले इंडियन एयरफोर्स चीफ और बर्मा हाउस के नाम से जाना जाता था।
कांग्रेस के लिए ‘लकी’ रहा पुराना ऑफिस
इस बंगले ने चार प्रधानमंत्रियों—इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह—के कार्यकाल का गवाह बना। 1980 के मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस 24, अकबर रोड का ऑफिस पूरी तरह से खाली नहीं करेगी। यहां पार्टी के बड़े नेताओं की मीटिंग्स होती रहेंगी। भाजपा ने भी अपने पुराने ऑफिस 11, अशोक रोड को नहीं छोड़ा था।
सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने लुटियंस जोन में भीड़भाड़ कम करने के लिए राजनीतिक पार्टियों को अपने ऑफिस बदलने का निर्देश दिया था। भाजपा ने 2018 में अपना नया मुख्यालय बनाया, और अब कांग्रेस ने उसी मार्ग पर नया ऑफिस तैयार किया है। नया ‘इंदिरा भवन’ कांग्रेस के लिए एक नया अध्याय शुरू करने का प्रतीक है।