दिल्ली। बॉलीवुड के मशहूर एक्टर मनोज कुमार का 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वे शुक्रवार सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आखिरी सांस ली। उनका निधन हिंदी सिनेमा के लिए एक बड़ा सदमा है। मनोज कुमार को भारत कुमार के नाम से पहचाना जाता था और उनकी फिल्मों ने देशभक्ति की भावना को दर्शकों के दिलों में गहरे उतारा।
मनोज कुमार को राजकीय सम्मान आज 5 अप्रैल को उनका अंतिम संस्कार पवन हंस श्मशान घाट पर किया जा रहा है। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जा रही है। इस दौरान फिल्म इंडस्ट्री से कई दिग्गज अभिनेता और हस्तियां उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। अभिनेता धर्मेंद्र, जिन्होंने मनोज कुमार के साथ कई फिल्मों में काम किया, और प्रेम चोपड़ा भी इस मौके पर मौजूद थे।
मनोज कुमार को श्रद्धांजलि अभिनेता राजपाल यादव ने कहा, “मनोज कुमार भारत के विश्व कला रत्न थे। वह हमारे बॉलीवुड के रत्न थे और हमेशा रत्न बने रहेंगे।” वहीं प्रेम चोपड़ा ने उन्हें याद करते हुए कहा, “हम शुरू से ही साथ थे, उनका साथ हमेशा याद रहेगा। वह मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से एक थे।” राजकीय सम्मान कैसे होता है? राजकीय सम्मान एक विशेष प्रकार की श्रद्धांजलि है, जो किसी प्रमुख व्यक्ति के निधन पर दी जाती है। इसमें तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर, गार्ड ऑफ ऑनर, शोक ध्वज, और बंदूक सलामी जैसी औपचारिकताएं शामिल होती हैं। यह सम्मान केंद्र या राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है।
मनोज कुमार का करियर और सम्मान मनोज कुमार का असली नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी था। वे 24 जुलाई 1937 को जन्मे थे। उन्हें देशभक्ति फिल्मों के लिए विशेष पहचान मिली और उन्हें “भारत कुमार” के नाम से पुकारा जाता था। उनके शानदार करियर के लिए उन्हें पद्मश्री (1992) और दादा साहब फाल्के पुरस्कार (2016) जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले। इसके अलावा, उन्हें 7 फिल्मफेयर अवार्ड्स और नेशनल अवार्ड भी मिले। मनोज कुमार की अदाकारी और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और उनकी फिल्मों का असर हमेशा दर्शकों पर बना रहेगा।