छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान) में बुधवार की सुबह एमबीबीएस सेकेंड ईयर के छात्र-छात्राओं की अस्पताल भवन के क्लास रूम में पढ़ाई कर रहे थे। इन छात्रों को डा़ तरुण सिंह ठाकुर पढ़ा रहे थे। इसी दौरान डा़ तरुण का कमलेश्वर नायक नाम के छात्र से विवाद हो गया।
विवाद के बीच डॉक्टर तरुण ने कमलेश्वर को एक तमाचा जड़ दिया। इस घटना पर कमलेश्वर क्लास से निकल गया और हास्टल पहुंच गया और दोपहर दो बजे इस घटना से श्रुब्ध होकर आत्महत्या करने की नियत से अपनी कलाई और गले की नस काट ली। घटना के बाद साथियों ने उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया है। युवक की हालत गंभीर है। घटना की जानकारी मिलने पर छात्र के डॉक्टर सिम्स पहुंचे है। युवक को रायपुर भर्ती कराने की अपील परिजन कर रहे है।
डाक्टर के खिलाफ छात्र-छात्राओं ने खोला मोर्चा
इस मामले के बाद एमबीबीएस के छात्र-छात्राएं आक्रोशित हो गए है और डा़ तरुण सिंह ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्र-छात्राओं ने सिम्स प्रबंधन को साफ कर दिया है कि यदि डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो हमे आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इन बातों को ध्यान में रखकर सिम्स प्रबंधन ने मामले को जांच के दायरा में ले लिया है। साथ ही मामले की जानकारी पुलिस को भी दे दी गई है।
डर-सहमे हुए है मेडिकल स्टूडेंट
बीते रविवार को अंबिकापुर के स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थत सिम्स की 2018 बैच की डाक्टर भानुप्रिया सिंह ने गर्ल्स हास्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वही इस घटना के बाद हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट डरे-सहमे है, वे इस घटना से उबर नहीं पाए है और इसी बीच आत्महत्या करने का दूसरा मामला सामने आ गया है। वही डर के साथ ही तमाचा जड़ने वाले डाक्टर के खिलाफ इनका आक्रोश भी दिख रहा है।
यह घटना बीते बुधवार की है, छात्र के आत्महत्या के प्रयास करने से सिम्स प्रबंधन भी सकते में आ गया और इस मामले को दबाने की पुरजोर कोशिश की गई। मामले को लगभग 24 घंटे दबाकर भी रखा गया, लेकिन इसी बीच इस मामले को किसी ने सार्वजनिक कर दिया। जबकि प्रबंधन से सभी स्टाफ के साथ छात्र-छात्राओं को इस मामले की जिक्र किसे से भी न करने की हिदायत दी थी।