मणिपुर सीएम की रेस में मेतेई चेहरे, 10 मार्च से पहले बनेगी सरकार

इंफाल।  मणिपुर में भाजपा एक बार फिर से मैतेई समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बना सकती है। सूत्रों के अनुसार, तीन मैतेई नेताओं के नाम मुख्यमंत्री के लिए चर्चा में हैं। इनमें थोकचोम सत्यब्रत सिंह, युमनाम खेमचंद सिंह और थोकचोम राधेश्याम सिंह शामिल हैं। 22 भाजपा विधायक इन तीनों नामों पर सहमत हैं।

बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद मणिपुर में मुख्यमंत्री के लिए सहमति नहीं बन पा रही थी, और इस कारण केंद्र ने 13 फरवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया। हालांकि, भाजपा सरकार 10 मार्च से पहले मुख्यमंत्री का नाम घोषित कर सकती है, क्योंकि विधानसभा अभी भंग नहीं हुई है। मणिपुर विधानसभा में 60 सीटें हैं, जिसमें भाजपा के 37 विधायक हैं। भाजपा के भीतर दो गुट बन गए हैं, एक गुट बीरेन सिंह को फिर से मुख्यमंत्री बनाना चाहता है, जबकि दूसरा गुट उनके खिलाफ है।

भाजपा के मैतेई विधायक, जिनमें 22 विधायक शामिल हैं, ने कहा कि वे सत्यब्रत सिंह को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं, और अगर कोई अन्य नाम आया तो वे विश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेंगे। नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) के नेता ने कहा है कि अगर भाजपा ने मैतेई मुख्यमंत्री बनाया तो हिंसा फिर से हो सकती है। हालांकि, उन्होंने राष्ट्रपति शासन के फैसले का समर्थन किया है, ताकि राज्य में शांति बहाल की जा सके। राज्य में पिछले कुछ महीनों से कुकी-मैतेई समुदाय के बीच हिंसा हो रही है, जिसके चलते भाजपा को नए मुख्यमंत्री का चयन जल्द करना होगा।

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