रायपुर। नवा रायपुर के आईआईएम परिसर में 28 से 30 नवंबर तक 60वां अखिल भारतीय डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस आयोजित होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 नवंबर की शाम रायपुर पहुंचेंगे और 30 नवंबर को शाम दिल्ली लौट जाएंगे। उनके रोड शो और किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।
इस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आइबी, एनआईए, सीबीआई और रा के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। कुल मिलाकर करीब 500 आईपीएस अधिकारी इस आयोजन में उपस्थित रहेंगे। देशभर के राज्यों के डीजीपी और केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मेलन में भाग लेंगे।
सुरक्षा तैयारियों का नेतृत्व खुफिया ब्यूरो (आईबी) कर रहा है। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और पुलिस मुख्यालय के अधिकारी उनके साथ समन्वय में काम कर रहे हैं। आईबी के वरिष्ठ अधिकारी पिछले कई दिनों से रायपुर में मौजूद हैं और लगातार बैठक कर व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं।
कॉन्फ्रेंस का प्रमुख विषय साइबर क्राइम होगा। इसके अलावा राज्यों की पुलिस के आधुनिकीकरण, सुरक्षा तंत्र की मजबूती और नई तकनीकों के उपयोग पर भी चर्चा होगी। सभी राज्य अपराध नियंत्रण संबंधी प्रयासों पर प्रजेंटेशन देंगे और एक मॉडल स्टेट चुनकर कॉमन गाइडलाइन जारी करने पर विचार होगा।
प्रधानमंत्री और वीवीआईपी सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने 28 से 30 नवंबर तक नवा रायपुर क्षेत्र में भारी और मध्यम वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इसके साथ ही सुरक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी एडीजी दीपांशु काबरा और रायपुर आइजी अमरेश मिश्रा को दी गई है।
कॉन्फ्रेंस के दौरान भोजन, आवास, कंट्रोल रूम और परिवहन जैसी व्यवस्थाओं का जिम्मा अलग-अलग अधिकारियों को सौंपा गया है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ के लिए प्रतिष्ठित है और राज्य की सुरक्षा और प्रशासनिक क्षमता को प्रदर्शित करने का बड़ा अवसर माना जा रहा है।

