दुर्ग। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU) की सेमेस्टर परीक्षा में शुक्रवार को बड़ा हंगामा हुआ। बीआईटी दुर्ग में आयोजित परीक्षा के दौरान एक छात्र जाली एडमिट कार्ड लेकर परीक्षा देने पहुंचा और पकड़ा गया।
दरअसल, यह घटना तब सामने आई जब कंप्यूटर साइंस ब्रांच के छात्र हिमांशु कुमार की जगह दिव्यांशु कुमार ने परीक्षा दी। सुबह 10 बजे परीक्षा शुरू हुई, लेकिन दिव्यांशु के बार-बार इधर-उधर देखने पर परीवेक्षक को शक हुआ। दोपहर 12 बजे के आसपास, परीवेक्षक ने उसके एडमिट कार्ड की जांच की, तो मामला संदिग्ध नजर आया। परीवेक्षक ने छात्र को कंट्रोल रूम में बुलाकर पूछताछ की, तो उसने अपने गुनाह को स्वीकार कर लिया। दिव्यांशु ने बताया कि वह अपने दोस्त हिमांशु की जगह परीक्षा देने आया था और इसके लिए उसने जाली एडमिट कार्ड तैयार किया था। हिमांशु के फोटो के साथ एडमिट कार्ड को टेपर करके जाली प्रवेश पत्र बनाया गया था।
थाने में शिकायत और कार्रवाई
बीआईटी प्रबंधन ने इस मामले की शिकायत पद्मनाभपुर थाने में दर्ज कराई है और सीएसवीटीयू को भी मामले की जानकारी दी है। कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि छात्र बहुत घबराया हुआ था और अपने आप को निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहा था। इसके बाद कॉलेज ने रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज से दोनों छात्रों के एडमिट कार्ड मांगे।
परीक्षा केंद्र अध्यक्ष ने परीक्षा हॉल में अन्य छात्रों से भी पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी उसे पहचानने से इनकार कर दिया। अंत में दिव्यांशु ने अपनी गलती स्वीकार कर ली और बताया कि वह अपने दोस्त के कहने पर परीक्षा देने आया था।
छात्र पर भी होगी कार्रवाई: कुलसचिव
कुलसचिव अंकित अरोरा ने कहा कि इस मामले में दोषी छात्र के खिलाफ सीएसवीटीयू के यूनिवर्सिटी अनफेयर मींस (UFM) नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। छात्र के सभी दस्तावेज विश्वविद्यालय को भेज दिए गए हैं और उसे परीक्षा से वंचित भी किया जा सकता है। रूंगटा कॉलेज की डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने कहा कि छात्र को सस्पेंड कर दिया गया है और उसके अभिभावकों को बुलाया गया है। इस मामले की पूरी जांच के बाद, छात्र के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की जाएगी।