रायपुर। छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। उत्तर से ठंडी हवाएं आने के कारण राज्य में ठंड धीरे-धीरे बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले हफ्ते में सुबह-शाम ठंडक बढ़ेगी जबकि दिन में धूप तेज रहेगी।
राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा, वहीं बस्तर संभाग में भी बारिश की संभावना नहीं है। फिलहाल, जगदलपुर में सर्वाधिक तापमान 32°C और अंबिकापुर में न्यूनतम 12.4°C दर्ज किया गया। इस मौसम में मलेरिया फैलने का खतरा बढ़ गया है क्योंकि तापमान दिन में 33-39°C और रात में 14-19°C के बीच रहने से मच्छरों के पनपने के अनुकूल हालात बनते हैं। मौसम विभाग ने 7 से 11 नवंबर तक मलेरिया के संभावित खतरे की चेतावनी दी है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
लोगों को सतर्क रहने, मच्छरदानी के उपयोग, फुल स्लीव कपड़े पहनने और घरों के आसपास पानी जमा न होने देने की सलाह दी गई है। छत्तीसगढ़ में फिलहाल प्लास्मोडियम विवैक्स प्रकार का मलेरिया अधिक फैलने की संभावना है।
इधर, चक्रवात ‘मोन्था’ के असर से हाल ही में हुई बारिश ने कवर्धा, बस्तर और कोंडागांव जिलों में नुकसान पहुंचाया है। कवर्धा में कट चुकी धान की फसलें भीगकर सड़ गईं, जबकि कोंडागांव में पुलिया धंसने से आवाजाही बाधित हो गई। इस बार अक्टूबर में राज्य में औसत से 59% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे मौसम में नमी और ठंड दोनों का असर दिख रहा है।

