दिल्ली। बिहार की राजनीति आज एक बार फिर नए अध्याय की ओर बढ़ रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं।
पटना के गांधी मैदान में सुबह 11:30 बजे होने वाले इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
एनडीए विधायक दल की बैठक में बुधवार को नीतीश कुमार को नेता चुनने के बाद उन्होंने राजभवन जाकर अपना इस्तीफा सौंपा और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजनीतिक हलचल के बीच जदयू और भाजपा, दोनों दलों की बैठकें देर रात तक चलती रहीं।
जदयू ने जहां नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना, वहीं भाजपा ने सम्राट चौधरी को नेता और विजय कुमार सिन्हा को उप नेता के रूप में बरकरार रखा है। इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि मंत्रिमंडल में इन दोनों के दोबारा उपमुख्यमंत्री बनने की प्रबल संभावना है।
हालांकि अब तक भाजपा या जदयू की ओर से यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया है कि दोनों दलों से कितने मंत्री शपथ लेंगे, लेकिन माना जा रहा है कि चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बाद भाजपा की हिस्सेदारी पहले से अधिक होगी। जदयू अपने भरोसेमंद चेहरों को प्राथमिकता दे सकता है।
इधर शपथग्रहण से पहले पटना एयरपोर्ट पर वीवीआईपी मूवमेंट तेज हो गया है। बुधवार रात से चार्टर्ड विमानों की लैंडिंग लगातार जारी है। अमित शाह, जेपी नड्डा, ब्रजेश पाठक, मोहन यादव, देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे जैसे बड़े नेता पटना पहुंच चुके हैं।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बिहार में NDA की ऐतिहासिक जीत के बाद यह शपथग्रहण एक महत्वपूर्ण क्षण है और वे इसमें शामिल होने जा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भरोसा जताया कि नई सरकार के साथ बिहार आने वाले वर्षों में भारत के विकास का नया ग्रोथ इंजन बनेगा। कुछ ही देर में यह साफ हो जाएगा कि नीतीश कैबिनेट में BJP–JDU के कितने मंत्री शामिल होंगे।

