दिल्ली। पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष फील्ड मार्शल असीम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में मुनीर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पाकिस्तान के दुर्लभ खनिजों से भरा डिब्बा दिखाते नजर आ रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री पास खड़े हैं। तस्वीर को लेकर पाकिस्तान में राजनीतिक हंगामा मच गया है।
पाकिस्तानी सांसद ऐमल वली खान ने इस घटना पर कड़ा हमला किया और मुनीर को ‘सेल्समैन’ कह डाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ “एक मैनेजर की तरह तमाशा देख रहे थे।” सांसद ने सवाल उठाया कि सेना प्रमुख किस हैसियत से विदेशी नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं और इसे “संविधान के साथ मजाक” बताया। उन्होंने इसे तानाशाही का संकेत बताया और कहा कि यह लोकतंत्र नहीं है।
मुनीर की यह वाशिंगटन की तीसरी यात्रा छह महीने से भी कम समय में हुई है। खनिज डिब्बा दिखाने का कदम पाकिस्तान की खनिज संपदा को उजागर करने का था, लेकिन इसे राजनीतिक शर्मिंदगी के रूप में देखा जा रहा है।
ऐमल वली खान ने संविधान और नागरिक नेतृत्व के अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए संसद के संयुक्त सत्र की मांग की। उन्होंने ट्रंप की शांति योजना में पाकिस्तान के समर्थन, सऊदी अरब के साथ कथित रक्षा सौदे और मुनीर द्वारा किए जाने वाले राजनयिक संपर्क पर स्पष्टीकरण मांगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह तस्वीर पाकिस्तान में सेना और नागरिक सरकार के बीच सत्ता संतुलन पर बढ़ते विवाद को उजागर करती है। सोशल मीडिया और राजनीतिक दलों में इस तस्वीर को लेकर बहस तेज हो गई है, जिससे देश में लोकतंत्र और तानाशाही के मुद्दे चर्चा में हैं।