पाकिस्तान रेंजर्स ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में जम्मू सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसमें बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब एक दिन पहले ही बीएसएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा था कि सीमा पर घुसपैठ रोधी उपाय किए गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी घुसपैठ न कर सकें और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों में बाधा न डाल सकें।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं क्योंकि बीएसएफ ने पुलिस समेत सहयोगी एजेंसियों के साथ मिलकर घुसपैठ रोधी सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान ऐसी किसी भी गतिविधि (सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ) की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से हताहतों की तत्काल जानकारी नहीं है। सीमा सुरक्षा बल के एक प्रवक्ता ने बताया कि रात करीब 2.35 बजे अखनूर इलाके में सीमा पार से बिना उकसावे के गोलीबारी की घटना हुई, जिसका बीएसएफ ने मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तानी गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया। उन्होंने बताया कि जवान हाई अलर्ट पर हैं और अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। भारत और पाकिस्तान द्वारा 25 फरवरी, 2021 को संघर्ष विराम समझौते को नवीनीकृत करने के बाद से दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम उल्लंघन बहुत कम हुआ है। पिछले साल, रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था, जो तीन साल से अधिक समय में भारतीय पक्ष की ओर से जान का पहला नुकसान था।