कन्नौज। पुलिस विभाग में रिश्वतखोरी के आए दिन मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रिश्वतखोरी का एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां फरियादियों के बीच समझौता करवाने के लिए दरोगा द्वारा रिश्वत के तौर पर ‘पांच किलो आलू’ की मांग की गई। बाद में मामला सामने आने के बाद दरोगा को निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, मामला सौरिख थाना क्षेत्र के गांव शिवसिंहपुर से जुड़ा है। यहां रहने वाले राहुल राठौर की कबाड़ की दुकान है और उनका विभाग विपिन कुमार दिल्ली में नौकरी करता है। पांच अगस्त को विपिन गांव आया था, जहां संपत्ति बंटवारे को लेकर विपिन का मां और भाई राहुल से विवाद हुआ। बाद में विपिन ने चपुन्ना चौकी प्रभारी रामकृपाल को राहुल के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई थी और दिल्ली चला गया।
दो किलो आलू में हुआ समझौता
इसके अगले दिन यानी 6 अगस्त को चौकी प्रभारी ने राहुल को चौकी पर बुलाया और केस में समझौता करवाने के लिए पांच किलो आलू की मांग की। इसके बाद राहुल घर चला गया। 8 अगस्त को चौकी प्रभारी ने राहुल को कॉल किया और दोबारा पांच किलो आलू की मांग की, लेकिन राहुल ने दो किलो आलू देने में समर्थता जताई जिसके बाद दो किलो आलू में समझौता करवा दिया गया।
कोडवर्ड है आलू
दरअसल, आलू शब्द को चौकी प्रभारी रामकृपाल ने कोडवर्ड बना रखा था। एक किलो आलू का मतलब एक हजार रुपये होता था और पांच किलो आलू यानी पांच हजार रुपये। न सिर्फ आलू, बल्कि घी शब्द का उपयोग भी रिश्वत के लिए किया जाता था। एक किलो घी का मतलब 10 हजार रुपये की रिश्वत से था।
ऑडियो हुआ वायरल
राहुल और चौकी प्रभारी के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। साथ ही सीओ सिटी कमलेश कुमार को मामले की जांच सौंपी है। इस मामले में सीओ सिटी कमलेश कुमार को निलंबित दारोगा ने बताया कि उसने मजाक में राहुल राठौर से पांच किलो आलू की मांग की थी। उसका मकसद रिश्वत लेना नहीं था।